Sunday, January 03, 2016

मुहब्बत ज़िंदगी बदल देती है... मिल जाए तो भी... ना मिले तो भी

दिल चल एक सौदा कर लेते है.                       
मैं उसके लिए तड़पना छोड़ देता हूँ और तू मेरे लिए धड़कना छोड़ दे.

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मैं जो ख्वाब सजाती गयी
ज़िन्दगी उन्हें ख्वाब बनाती गयी..
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Socha tha ki woh bahut toot kar chahega hamein, 
lekin chaaha bhi humne aur toote bhi hum

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मुझे छोड़ कर वो खुश हे,तो शिकायत कैसी
और मै ,उन्हें खुश भी ना देख  शकु ,तो मुहब्बत कैसी

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Meri mout ki khabar dena unhe magar in alfaaz main
Tumhara barso ka jo armaan tha ab pura ho gaya...

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Main aaj bhi apne muqqadar se shart lagata hoon
Bhari barsaat main kagaz ki patang udata hoon..

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वो रोई जरुर होगी खाली कागज़ देखकर ज़वाब में..
जिंदगी कैसी बीत रही है पूछा था उसने 

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 किसी को मिल गया मौका, बुलन्दियों को छूने का,
मेरा नाकाम होना भी किसी के काम तो आया।

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तू हकीकत--इश्क है या कोई फरेब..
ज़िन्दगी में आती नहीं, ख़्वाबों से जाती नहीं…!

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काश तुम  भी हो जाओ तुम्हारी यादो की तरह..
वक़्त देखो बहाना... बस चले आओ.

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Nazar Mili Aur Unn Ki Aankh Jhuki... 
Bas, Itni Baat Thi  Aur Hum Barbaad Ho Gaye...

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Na Jaane Kis Gham Ko Chupaane Ki Tamanna Thi  Usko... 
Aaj Har Ek Baat Par Ha'nste Hue Dekha Usko..

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Kitni Ajeeb Judaai Thi Ki Tujhe Alwida Bhi Na Keh Saka... 
Teri Saadgi Mein 
Itna Fareb Tha Ki Tujhe Bewafa Bhi Na Keh Saka...

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"मुहब्बत ज़िंदगी बदल  देती है...
मिल जाए तो भी... ना मिले तो भी.."

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 सो जा दिल कि आज धुन्ध बहुत है तेरे शहर में ;
अपने दिखते नहीं और जो दिखते है वो अपने नहीं!

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Koi poochh raha hai mujhse meri zindagi ki qeemat,
 Mujhe  yaad aa raha hai tera 'Halka sa muskurana

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Aye Zindagi Mujhe Kuch Muskurahatein Udhaar De De,
"Apne" Aa Rahe Hai, Milne Ki Rasm Nibhani Hai...!!!

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मैं अपनी चाहतों का हिसाब लेने जो बैठ जाउ ...
तुम तो मेरा सिर्फ़ याद करना भी ना लौटा सकोगे ...

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अपनी कमजोरियों का ज़िकर
कभी ना करना दुनिया के सामने... 
सुना है लोग कटी पतंग को जमकर 
लूटा करते हैं...!!!

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किसी की  तलाश में ना निकलो यारों ,
 लोग खो नहीं जाते बदल जाते हैं !!

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Ye Saal Bhi Udaas Raha Rooth Kar Gaya
Tujh Se Mile Bagair December Guzr Gaya"

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Meri tanhai ko mera shouq na samajhna..
Bohot pyaar se diya hai ye tohfa kisi ne.

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Aye-khuda, kese bhula dete hain log teri khudayi ko, Mujse tera 
banaya hua ek insaan tak bhulaya nai jata

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उस की आँखों में आंसू थे मेरी खातिर,,,,,
वही इक लम्हा मुझे ज़िन्दगी से भी प्यारा लगा !!

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Usne Poochha, Kya Pasand Hai Tumhein?
Main Bahut Der Tak Usey Dekhta Raha..

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थक गया हूँ तेरी नौकरी से  
जिन्दगी,
मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे.

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शायद इसलिए भारी था जनाजा गरीब का,
अपने सारे अरमान 
साथ  ही ले जा रहा था वो

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हमने तो अपनो को बदल जाते देखा है अकसर,
ये तो सिर्फ एक साल था...!!


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रुकी वक़्त की गर्दिश और ज़माना बदला... 
पेड़ सुखा तो परीन्दो ने ठिकाना बदला...!!!

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उन्होंने कहा, बहुत बोलते हो, अब क्या बरस जाओगे....!!
हमने कहा, चुप हो गए तो तुम तरस जाओगे..

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Kitni jhooti hoti hain mohabbat ki qasmein 
Dekho tum bhi zinda ho, main bhi zinda hun."

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बस तुम्हे पाने की तमन्ना नहीं रही ...
मोहब्बत तो आज भी तुमसे बेशुमार करते हैं...

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झूठ अगर यह है कि तुम मेरे हो, तो यकीन मानो,
मेरे लिए सच कोई मायने नहीं रखता…..!!
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जब भी लोगों के हँसते खिलखिलाते चेहरे देखता हुँ . . . .
बस एक ही दुआ करता हुँ कि इन्हे महोब्बत ना हो !!

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Is shahr mein jeene ke andaaz niraale hain,
honton pe lateefe hain aawaaz mein chhaale hain."

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बात ये नहीं है कि, तेरे बिना जी नहीं सकते,
बात ये है कि, तेरे बिना जीना नहीं चाहते...

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दिल चल एक सौदा कर लेते है.  
मैं उसके लिए तड़पना छोड़ देता हूँ 
और तू मेरे लिए धड़कना छोड़ दे

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ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा भी कितना अजीब है
शामें कटती नहीं, और साल पर साल गुज़रते चले जा रहे हैं....!!

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Koi maut se kaho hum se narazgi khatam kar le,
Woh bahut Badal gayi hai jis keliye hum jiya karte the.

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एक हसरत ये भी थीं तू मेरी हो जाए और एक ये भी . . . .
की जो तू चाहें वो पा जाए ।।

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मै कोई शौक से नहीं पीता इस मयखाने में,
मुझे बस होश में डर लगता है इस ज़माने में !

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यह कैसा इश्क है तेरा ,,
तुम से मिले और अपने सब छुट गये .. .

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हमारे इश्क की तो बस इतनी सी कहानी है,
तुम बिछड़ गए, हम बिख़र गए.
तुम मिले नहीं, और हम किसी और के हुए नहीं.

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